खुश रहकर खुशियां ही बांटें हो हर पल ही सतरंगी पल। खुश रहकर खुशियां ही बांटें हो हर पल ही सतरंगी पल।
अब हुआ सरोवर ललिमामय कण कण में लाली छाई है। ये मधुरिम बसंत ऋतु अबकी बस सुख संदेशा लाई है। अब हुआ सरोवर ललिमामय कण कण में लाली छाई है। ये मधुरिम बसंत ऋतु अबकी बस सुख सं...
आई मधुमास की मधुरिम वेला। समय है कितना यह अलबेला।। आई मधुमास की मधुरिम वेला। समय है कितना यह अलबेला।।
बचपन के वो दिन बचपन के वो दिन
बचपन बचपन
मुझे बचपन की यादों में रहने दो अकेले गाँव की गलियों में दौड़ने दो झूठे ही सही मगर वो सपने देखने दो ... मुझे बचपन की यादों में रहने दो अकेले गाँव की गलियों में दौड़ने दो झूठे ही सही मग...